इन दिनों मौसम का मिज़ाज लगातार बदल रहा है। सुबह तेज़ धूप, दोपहर में उमस और शाम को अचानक बारिश — इस बदलाव का असर सीधे लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। खासकर सर्दी-जुकाम, गले में खराश और बुखार जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं।
🩺 डॉक्टरों की चेतावनी:
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। गर्मी में पसीना निकलता है और अचानक ठंडी हवा या बारिश में भीगने से वायरस शरीर पर हावी हो जाते हैं। इससे वायरल फीवर, सर्दी-जुकाम और खांसी फैल रही है।
☑️ किन लोगों को है ज़्यादा खतरा?
- छोटे बच्चे और स्कूल जाने वाले छात्र
- बुजुर्ग और पहले से बीमार व्यक्ति
- जिनकी इम्युनिटी कमज़ोर है
- दफ्तर या बाहर काम करने वाले लोग
✅ सावधानी बरतें:
- बारिश में भीगने से बचें और भीग जाएं तो तुरंत कपड़े बदलें
- दिन में दो बार गुनगुना पानी पिएं
- हल्दी-दूध और तुलसी-शहद का सेवन करें
- बाहर का ठंडा या बासी खाना न खाएं
- बच्चों को भी मास्क और रेनकोट पहनाकर भेजें
🔚 निष्कर्ष:
मौसम का ये उतार-चढ़ाव भले ही आम बात हो, लेकिन लापरवाही भारी पड़ सकती है। समय रहते सावधानी बरतकर आप और आपका परिवार सर्दी-जुकाम जैसी वायरल बीमारियों से बच सकते हैं।