(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
बलिया जनपद के रसड़ा तहसील स्थित नई बस्ती शिव मंदिर परिसर गुरुवार की रात्रि पत्रकारिता के एक नए इतिहास का साक्षी बना, जहां प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की तहसील इकाई की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता तहसील अध्यक्ष मतलूब अहमद ने की, जिन्होंने अपने बेबाक संबोधन में संगठन के आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की।
उन्होंने बताया कि गत 3 जुलाई को बलिया में संपन्न हुई जिला स्तरीय बैठक में यह सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया है कि सितंबर माह में भव्य जिला सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर संगठन की उपलब्धियों, विचारों और दिशा को दर्शाते हुए एक विशेष स्मारिका का प्रकाशन भी किया जाएगा।
तहसील अध्यक्ष ने इस मौके पर सभी सदस्यों से आग्रह किया कि वे समय रहते अपने लेख और फोटो एसोसिएशन को उपलब्ध कराएं, जिससे स्मारिका समय से प्रकाशित हो सके और उसकी गुणवत्ता भी बनी रहे।
इसी बैठक में तहसील इकाई की नई कार्यकारिणी की भी घोषणा की गई, जिसने संगठन में नई ऊर्जा का संचार कर दिया। वरिष्ठ पत्रकार श्याम कृष्ण गोयल को संरक्षक पद की जिम्मेदारी दी गई, जबकि शकील अहमद को वरिष्ठ उपाध्यक्ष और संजय शर्मा को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।
कृष्ण शर्मा को महामंत्री, ओमप्रकाश वर्मा को संगठन मंत्री, हरिंदर वर्मा को कोषाध्यक्ष तथा श्रीभगवान पांडे को मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। गोपाल जी को सूचना मंत्री और विकास वर्मा को सहायक सूचना मंत्री की जिम्मेदारी दी गई। वहीं, सीताराम शर्मा, जफर अहमद एवं जी सी शर्मा को कार्य समिति का सदस्य चुना गया।
तहसील अध्यक्ष मतलूब अहमद ने सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें संगठन की गरिमा और नीतियों के अनुरूप कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि संगठन के हित में कार्य करना ही सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए, और कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे संगठन की छवि को ठेस पहुंचे।
बैठक में श्याम कृष्ण गोयल, श्रीभगवान पांडे, गोपाल जी और संजय शर्मा ने भी अपने सारगर्भित विचार रखते हुए संगठन की मजबूती पर बल दिया। वक्ताओं ने कहा कि पत्रकारों की एकजुटता ही संगठन की सबसे बड़ी ताकत है, और आने वाले सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।
बैठक के अंत में सहायक सूचना मंत्री विकास वर्मा ने सभी आगंतुकों, वरिष्ठ जनों और सहयोगी पत्रकारों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि यह बैठक न केवल नई शुरुआत है, बल्कि संगठन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने की दिशा में एक निर्णायक कदम भी है।
रसड़ा की यह बैठक पत्रकारिता के क्षेत्र में व्यावसायिकता और संगठनात्मक अनुशासन का उत्कृष्ट उदाहरण बन गई, जिसकी चर्चा अब तहसील से निकलकर जिले भर में हो रही है।