(शीतल निर्भीक/रंजना वर्मा ब्यूरो)
देवरिया। जिले की कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने सख्त तेवर अपनाते हुए बड़ा प्रशासनिक फैसला लिया है। उन्होंने क्राइम ब्रांच में तैनात तेजतर्रार इंस्पेक्टर सुनील कुमार पटेल को सलेमपुर कोतवाली का नया प्रभारी बना दिया है। यह नियुक्ति उस वक्त की गई है जब पूर्व कोतवाल संतोष कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया है। अब पूरे इलाके में कानून का डंडा चलेगा और अपराधियों के बुरे दिन शुरू हो चुके हैं।
एसपी विक्रांत वीर ने जिले में दो इंस्पेक्टरों और कई उपनिरीक्षकों के कार्यक्षेत्र में भी बदलाव किया है, जो साफ संकेत देता है कि अब लापरवाही और ढीली कार्यशैली नहीं चलेगी। नए कोतवाल सुनील पटेल ने चार्ज लेते ही कड़ा संदेश दिया है कि अब किसी को भी कानून व्यवस्था से खिलवाड़ की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने साफ किया कि फरियादियों की सुनवाई प्राथमिकता पर होगी और पीड़ितों की शिकायतों का त्वरित निस्तारण स्थानीय स्तर पर सुनिश्चित किया जाएगा।
नवागत प्रभारी निरीक्षक सुनील पटेल का कहना है कि शासन की मंशा के अनुरूप थाने में पारदर्शिता, तत्परता और जवाबदेही को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। उनके अनुसार जो भी व्यक्ति थाने पर अपनी समस्या लेकर आएगा, उसकी बात गंभीरता से सुनी जाएगी और तुरंत कार्रवाई होगी।
सलेमपुर कोतवाली को जिले का संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है, जहां आए दिन अपराध की घटनाएं सामने आती रही हैं। ऐसे में इस क्षेत्र में एक अनुभवी और सख्त पुलिस अधिकारी की तैनाती बेहद अहम मानी जा रही है। सुनील पटेल इससे पहले जिन स्थानों पर तैनात रहे हैं, वहां उन्होंने अपने अनुशासन, सतर्कता और जनसंवाद के जरिए अपराधियों की नाक में दम कर दिया था।
एसपी विक्रांत वीर का यह कदम जनता के बीच चर्चा का विषय बन गया है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि अब पुलिस का रुख बदलेगा और थानों में व्याप्त ढिलाई की संस्कृति खत्म होगी। साथ ही, उन पुलिसकर्मियों को भी चेतावनी मिल गई है जो अब तक फाइलों में ही न्याय करते रहे।
कोतवाली परिसर में व्यवस्था सुधारने की कवायद भी शुरू कर दी गई है। शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी फरियादी को बार-बार चक्कर न लगाने पड़ें।
इस फैसले के बाद न केवल पुलिस महकमे में हलचल है बल्कि अपराधियों के बीच भी चिंता की लहर है। कई लोग अब क्षेत्र छोड़ने की तैयारी में हैं तो कुछ भूमिगत होने लगे हैं। वहीं आम जनता को राहत की उम्मीद बंधी है कि अब उन्हें न्याय मिलेगा और डर का माहौल खत्म होगा।
प्रभारी निरीक्षक सुनील पटेल का कहना है कि वो सिर्फ कुर्सी पर बैठने नहीं आए हैं, बल्कि जनता की सेवा और अपराध के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने आए हैं। वे थाने को ऐसी जगह बनाना चाहते हैं, जहां डर नहीं, भरोसा हो। उनका स्पष्ट संदेश है— अपराधियों से कोई रियायत नहीं और पीड़ितों को पूरी इज्जत मिलेगी।
कुल मिलाकर देवरिया में पुलिस की नई टीम और उसके नए तेवर ने साबित कर दिया है कि अब जिले में कानून व्यवस्था को लेकर कोई समझौता नहीं होगा। जनता भी अब सशक्त पुलिस और संवेदनशील व्यवस्था की उम्मीद के साथ आगे बढ़ रही है।
अब देखना यह होगा कि सुनील पटेल अपने एक्शन से सलेमपुर को अपराध मुक्त बना पाते हैं या नहीं?