पटना:बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र की शुरुआत सोमवार को भारी हंगामे के साथ हुई। जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। विपक्ष ने कानून-व्यवस्था, बेरोजगारी और शिक्षा जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की।
तेजस्वी यादव का तीखा बयान:
राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “बिहार की जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है। नीतीश सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है – चाहे वह युवा हों, किसान हों या आम जनता।”
उन्होंने आगे कहा कि राज्य में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है और सरकार केवल सत्ता बचाने में लगी है। तेजस्वी ने यह भी आरोप लगाया कि विधानसभा में विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है
क्या है विपक्ष की मांग?
विपक्ष ने मांग की है कि सरकार कानून-व्यवस्था पर चर्चा करे, और हाल के आपराधिक मामलों की जवाबदेही तय की जाए। साथ ही उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे को भी सदन में उठाने की बात कही।
सत्ता पक्ष की प्रतिक्रिया:
विपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए सत्तारूढ़ दल के प्रवक्ता ने कहा कि “राज्य सरकार जनहित के मुद्दों पर गंभीर है और विपक्ष सिर्फ राजनीतिक स्टंट कर रहा है।”
सत्र के पहले दिन ही तनावपूर्ण माहौल:
सत्र की शुरुआत से ही कार्यवाही बाधित रही। अध्यक्ष ने कई बार सदन को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन विपक्षी विधायकों का विरोध जारी रहा।
जनता की नजरें:
बिहार की जनता अब इस सत्र से बड़ी उम्मीदें लगाए बैठी है। विपक्ष सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश कर रही है, तो सरकार अपनी उपलब्धियों को गिनाने के लिए तैयार है।