आज के समय में थायरॉइड की समस्या तेजी से लोगों को प्रभावित कर रही है। भारत में करीब 4 करोड़ लोग किसी न किसी रूप में थायरॉइड डिसऑर्डर से पीड़ित हैं।
थायरॉइड क्या है?
थायरॉइड एक छोटी सी ग्रंथि है जो गर्दन के सामने हिस्से में स्थित होती है। यह हार्मोन बनाती है जो शरीर की ऊर्जा और मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करते हैं।
थायरॉइड के प्रकार
- हायपोथायरॉइडिज्म (Hypothyroidism): इसमें हार्मोन कम बनते हैं।
- हायपरथायरॉइडिज्म (Hyperthyroidism): इसमें हार्मोन ज्यादा बनते हैं।
लक्षण (Symptoms)
- हायपोथायरॉइडिज्म में: थकान, वजन बढ़ना, त्वचा सूखना, बाल झड़ना
- हायपरथायरॉइडिज्म में: वजन घटना, चिड़चिड़ापन, धड़कन तेज होना, पसीना ज्यादा आना
लक्षण (Symptoms)
- हायपोथायरॉइडिज्म में: थकान, वजन बढ़ना, त्वचा सूखना, बाल झड़ना
- हायपरथायरॉइडिज्म में: वजन घटना, चिड़चिड़ापन, धड़कन तेज होना, पसीना ज्यादा आना
कारण (Causes)
- आयोडीन की कमी
- आनुवंशिक कारण
- तनाव और अनियमित जीवनशैली
बचाव और घरेलू उपाय (Prevention & Home Remedies)
- आयोडीन युक्त नमक का उपयोग करें।
- हरी पत्तेदार सब्जियां और ड्राई फ्रूट्स खाएं।
- योग और प्राणायाम करें, जैसे भ्रामरी और उज्जायी।
- गले के आसपास ठंडी सिकाई न करें।
इलाज (Treatment)थायरॉइड का इलाज डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं और जीवनशैली सुधार से संभव है। नियमित जांच और सही खानपान से इसे कंट्रोल में रखा जा सकता है।