सांसद व डीआरएम ने किया अमृत भारत स्टेशन योजना का निरीक्षण!
(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
वाराणसी। वाराणसी मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव ने 15 मई 2025 को एक दिवसीय निरीक्षण कार्यक्रम के तहत वाराणसी-गोरखपुर रेलखंड पर चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा के लिए विंडो ट्रेलिंग संरक्षा निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने परिचालन में संरक्षा, यात्री सुविधाएं, ट्रेन ऑपरेशन सुधार, दोहरीकरण कार्यों की प्रगति और कर्मचारियों की दक्षता संबंधी प्रमाणपत्रों की जांच की।

निरीक्षण के विशेष पड़ाव देवरिया सदर स्टेशन पर डीआरएम के साथ देवरिया के सांसद शशांक मणि त्रिपाठी भी मौजूद रहे। दोनों ने अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत चल रहे पुनर्विकास कार्यों का गहन निरीक्षण किया। स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया, आगमन-प्रस्थान द्वार, वाटर ड्रेनेज, पाथवे, पार्किंग, प्रतीक्षालय, टिकट काउंटर, यात्री शेड, फॉल सीलिंग, प्लेटफार्म विस्तार, साफ-सफाई और रखरखाव की स्थिति की समीक्षा की गई। डीआरएम ने समय सीमा के भीतर कार्य पूर्ण करने का निर्देश भी अधिकारियों को दिया।

निरीक्षण के दौरान सांसद त्रिपाठी ने समपार संख्या 129 SPL का भी दौरा किया, जो देवरिया का व्यस्ततम रेलवे क्रॉसिंग है। इस फाटक पर लगने वाले जाम को शीघ्र समाप्त करने के लिए उन्होंने आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने अहिल्यापुर हाल्ट स्टेशन पर मालगोदाम बनाने का सुझाव भी दिया।निरीक्षण के उपरांत दोनों अधिकारियों ने एक समीक्षा बैठक की, जिसमें स्थानीय यात्रियों की भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अमृत भारत योजना के तहत विकास कार्यों पर चर्चा की गई। सांसद ने स्टेशन विकास का ब्लूप्रिंट देखा और स्टेशन सीमा में आने वाले सभी समपार फाटकों के व्यवस्थापन पर जानकारी ली। उन्होंने डीआरएम को पुनर्विकास कार्य शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया।
पत्रकार वार्ता में सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने कहा कि लगभग नौ माह पहले जब उन्होंने महाप्रबंधक और डीआरएम से “देवरिया मय करें, देवारण्य माय करें” का सुझाव दिया, तो रेलवे ने उसे सहर्ष स्वीकार किया। उन्होंने स्वयं एक डिजाइन भी प्रस्तुत की, जिसे अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल किया गया। उन्हें उम्मीद है कि मार्च 2026 तक देवरिया स्टेशन का पुनर्विकास पूरा हो जाएगा, जिससे चार लाख यात्रियों को बड़ी सुविधा मिलेगी।

सांसद ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में देवरिया एक दार्शनिक स्थल के रूप में पहचाना जाएगा और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘जनभागीदारी’ के संदेश का जीवंत उदाहरण बनेगा।
निरीक्षण में डीआरएम के साथ मुख्य परियोजना प्रबंधक (गति शक्ति) कौशलेश सिंह, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर विकास सिंह, मंडल वाणिज्य प्रबंधक रमेश पाण्डेय, उप मुख्य इंजीनियर (गति शक्ति) आई.सी. सुभाष समेत कई वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
डीआरएम ने अपने विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण में रेलवे पथ, बैलास्ट, ट्रैक स्क्रीनिंग, सिगनल, ओएचई, ट्रैक फिटिंग्स की संरक्षा की परख की और अस्थाई सतर्कता आदेशों व कर्मचारियों के प्रशिक्षण की भी समीक्षा की।जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने मीडिया को जानकारी दी।