**(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
नई दिल्ली : जिस चेहरे पर सफर की मुस्कान थी, वहीं चेहरा अब देश के लिए खतरे की सबसे बड़ी पहचान बन गई। देश के हरियाणा की चमकती-दमकती यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा, जो ‘ट्रैवल विद जो’ नाम से वीडियो बनाकर हजारों दिलों में जगह बना रही थी,असल में वें शत्रु मुल्क पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की ‘स्लीपर एजेंट’ निकली।
देश के हरियाणा हिसार से इस सनसनीखेज मामले में जहां पुलिस ने एक महिला यूट्यूबर को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। ‘ट्रैवल विद जो’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाने वाली ज्योति मल्होत्रा को हिसार के न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन इलाके से गिरफ्तार किया गया है। इस गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया और सुरक्षा एजेंसियों दोनों को हिला कर रख दिया है। पुलिस ने ज्योति के अलावा उसके पांच और साथियों को भी गिरफ्तार किया है।
ज्योति ने पूछताछ में खुलासा किया है कि वह पिछले दो वर्षों में तीन बार पाकिस्तान जा चुकी है। इसके अलावा उसने चीन, नेपाल, भूटान, यूएई, बांग्लादेश और थाईलैंड जैसे देशों की भी यात्रा की है। लेकिन पाकिस्तान की यात्राएं सिर्फ पर्यटन के लिए नहीं थीं—बल्कि देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन चुकी थीं। सूत्रों के अनुसार, ज्योति को पाकिस्तान की ‘सकारात्मक छवि’ पेश करने और भारत से संवेदनशील जानकारियां इकट्ठा कर वहां भेजने का काम सौंपा गया था।
ज्योति का संबंध पाकिस्तान के एक व्यक्ति अहसान उर रहीम उर्फ दानिश से जुड़ा, जिससे वह 2023 में दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन में मिली थी। वहीं से उसका झुकाव शुरू हुआ। दानिश से नजदीकी बढ़ी और फिर वह दो बार पाकिस्तान गई। वहां वह अली अहवान नामक व्यक्ति से मिली जिसने उसकी आवभगत की और पाकिस्तानी इंटेलिजेंस अधिकारियों से मिलवाया।
पूछताछ में यह भी सामने आया है कि ज्योति पाकिस्तान में राणा शहबाज और शाकिर जैसे संदिग्धों से भी मिली। शाकिर का मोबाइल नंबर उसने ‘जट रंधावा’ के नाम से सेव किया ताकि किसी को संदेह न हो। भारत लौटने के बाद वह व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे माध्यमों से लगातार पाकिस्तानी एजेंट्स के संपर्क में रही और गोपनीय सैन्य सूचनाएं साझा करती रही।पुलिस सूत्रों के अनुसार, ज्योति पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के ऑपरेटिव्स के सीधे संपर्क में थी। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिससे वह पाकिस्तान हाई कमीशन में मिली थी—अहसान उर रहीम उर्फ दानिश—उसे भारत सरकार ने पहले ही ‘पर्सन नॉन ग्राटा’ घोषित किया हुआ था।
अब उसी की राह पर चलती हुई ज्योति भी ‘पर्सन नॉन ग्राटा’ घोषित कर दी गई है।गिरफ्तारी के बाद ज्योति को शनिवार दोपहर हिसार कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि ज्योति से जुड़ी नेटवर्किंग कितनी गहरी है और भारत में कितने अन्य लोग उसके संपर्क में थे।इस पूरी घटना ने यह साबित कर दिया है कि सोशल मीडिया की चमक-दमक के पीछे कभी-कभी देशविरोधी षड्यंत्र छिपे होते हैं। एक महिला यूट्यूबर, जो अपने यात्राओं और व्लॉग्स से मशहूर हुई थी, अब देशद्रोह के गंभीर आरोप में सलाखों के पीछे है। यह मामला न केवल सोशल मीडिया की निगरानी की आवश्यकता को उजागर करता है, बल्कि यह भी चेतावनी देता है कि दुश्मन मुल्क अब युद्ध के लिए हथियार नहीं, बल्कि यूट्यूबर जैसे मासूम दिखने वाले चेहरों का इस्तेमाल कर रहा है।
फिलहाल, सुरक्षा एजेंसियां पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी हैं, और इस गिरफ्तारी को भविष्य की संभावित जासूसी गतिविधियों पर लगाम लगाने की दिशा में बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। खबर नई दिल्ली से शीतल निर्भीक की खास रिपोर्ट।