(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
*वाराणसी। बीते नौ मई को एक ड्राेन वाराणसी के सैन्य इलाके में गिरा था। ड्रोन को छावनी परिषद में चतुर्थ श्रेणी की कर्मचारी चंद्रा देवी और मधु ने देखा तो उसे उठाकर छावनी परिषद के सीइओ के पास ले गईं, जहां से उसे 39 जीटीसी प्रशासन के पास ले जाया गया।
सेना के अधिकारियों ने ड्रोन को कब्जे में लेकर उसकी असलियत जांचना शुरू कर दिए हैं। दोनों महिला कर्मचारियों को शुक्रवार को एक समारोह में सम्मानित किया गया। सम्मान पाकर अभिभूत हुई दोनों महिला कर्मियों ने कहा कि सुरक्षा सिर्फ सैन्यबलों की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर जागरूक नागरिक की भी साझा जिम्मेदारी है। हालांकि, सैन्य अधिकारी की ओर से कोई अधिकृत बयान जारी नहीं किया गया है।
भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे युद्ध के दौरान ड्रोन गिरने के कारण सेना के लोग भी भनक लगते ही सक्रिय हो उठे थे। ड्रोन मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट मोड पर आ गईं।