(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
बलिया जिले के बेल्थरा रोड क्षेत्र में सरयू नदी के रामपुर घाट पर उस वक्त सनसनी फैल गई जब स्थानीय लोगों को एक युवती का शव पानी में बहता हुआ दिखाई दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मृतका की पहचान कोलकत्ता निवासी सुजाता सेनापति के रूप में हुई है, जो क्षेत्र में ‘प्रिया डांसर’ के नाम से मशहूर एक ऑर्केस्ट्रा डांसर थी।
सूत्रों के अनुसार, सुजाता पिछले कुछ महीनों से सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के डूहा बिहरा गांव में रह रही थी। शुरुआत में वह मुकेश कुमार नाम के युवक के साथ रहती थी, जिसकी मृत्यु पिछले साल एक सड़क दुर्घटना में हो गई थी। इसके बाद सुजाता की जिंदगी में एक और मुकेश आया—मुकेश राजभर। बताया जा रहा है कि दोनों एक साथ लिव-इन में रह रहे थे।

मुकेश राजभर के मुताबिक, मंगलवार को दोनों के बीच किसी बात को लेकर तीखी बहस हुई थी। अगले दिन यानी बुधवार को सुजाता अचानक गायब हो गई। उसने काफी खोजबीन की लेकिन वह कहीं नहीं मिली। फिर गुरुवार को उसका शव सरयू नदी में मिला, जिसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया।
घटना की गंभीरता इस बात से और बढ़ गई जब प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शव की आंख के पास खून के निशान थे, जो किसी गहरी चोट की ओर इशारा कर रहे थे। वहीं युवती के कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे। वह सिर्फ अंडरगार्मेंट और सूट में पाई गई, जिससे यह मामला और भी संदेहास्पद हो गया है।

पुलिस प्रथम दृष्टया इसे संदिग्ध मौत मान रही है और हत्या की आशंका से इनकार नहीं कर रही। हालांकि, मामले में किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
फिलहाल, पुलिस ने कई संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है और घटनास्थल से लेकर युवती के पिछले संपर्कों तक की कड़ी जोड़ने में लगी है। साथ ही मुकेश राजभर के बयान को भी पुलिस गहराई से जांच रही है, क्योंकि सुजाता की आखिरी मुलाकात उसी के साथ हुई थी।
स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश और जिज्ञासा है। कई लोगों का मानना है कि यह महज हादसा नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या हो सकती है। वहीं कुछ का कहना है कि तनाव और निजी कारणों से सुजाता ने आत्मघाती कदम उठाया होगा।
जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ेगी, वैसे-वैसे सच सामने आएगा। लेकिन फिलहाल, ‘प्रिया डांसर’ की रहस्यमयी मौत ने न केवल इलाके को झकझोर दिया है, बल्कि यह सवाल भी खड़ा कर दिया है कि क्या एक औरत की जिंदगी की अहमियत बस शो और मनोरंजन तक सीमित है, या फिर उसके दर्द की कोई पुकार भी सुनी जाएगी?
सरयू की लहरें अब एक और रहस्य अपने सीने में समेटे हुए हैं। सुजाता की मौत पर पर्दा तभी उठेगा, जब जांच की परतें खुलेंगी और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की स्याही सच्चाई को लिखेगी।