(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
वाराणसी। रेलवे केवल ट्रेनों तक सीमित नहीं, वह समाज का प्रतिबिंब है। इसी को चरितार्थ करता नजर आया वाराणसी मंडल, जहां मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव के निर्देशन और वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (Enhm) अभिषेक राय के नेतृत्व में ‘‘विश्व पर्यावरण दिवस’’ के उपलक्ष्य में 22 मई से 05 जून 2025 तक ‘‘विश्व पर्यावरण संरक्षण पखवाड़ा’’ धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य केवल हरियाली बढ़ाना नहीं, बल्कि हर दिल में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की लौ जलाना है।

इस अभियान की कड़ी में 28 मई को मंडल चिकित्सालय वाराणसी से एक प्रभावशाली जागरूकता रैली निकाली गई, जिसे प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक बी.एन. चौधरी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली की अगुवाई कर रहे थे मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर.जे. चौधुरी। इस जन जागरूकता रैली के माध्यम से प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली को बढ़ावा देने का संदेश दिया गया। खासकर मरीजों और उनके परिजनों को बताया गया कि खाद्य सामग्री को प्लास्टिक की थैलियों में रखना सेहत के लिए नुकसानदायक है और प्लास्टिक की बोतलों का क्रेशर के माध्यम से निस्तारण करना जरूरी है।

रैली में मंडल चिकित्सालय के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। चारों ओर गूंज रहे नारे और बैनरों पर लिखे संदेश हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच रहे थे—”प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ”, “हरा भरा हो देश हमारा”, “आज का संकल्प – पर्यावरण संरक्षण”।
इस अवसर पर बी.एन. चौधरी ने बनारस स्टेशन और मंडल चिकित्सालय पर रखे गए दुर्घटना राहत मेडिकल यान का भी गहन निरीक्षण किया। उपकरणों की स्थिति, सफाई और दवाओं की गुणवत्ता देखकर उन्होंने संतोष व्यक्त किया और दोनों यूनिटों को पांच-पांच हजार रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की। इस दौरान डॉ. आर.आर. सिंह, डॉ. कल्पना दूबे, डॉ. नीरज कुमार, डॉ. एस.के. बरनवाल, डॉ. सुनंदा चतुर्वेदी, डॉ. ए.के. सिंह, डॉ. ममता सिंह, डॉ. आशीष गुप्ता और डॉ. अमरनाथ सहित अनेक चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।
मंडल के अन्य प्रमुख स्टेशनों – बनारस, वाराणसी सिटी, गाजीपुर सिटी, बलिया, बेल्थरा रोड, मऊ, आजमगढ़, भटनी, देवरिया सदर, सीवान और छपरा – पर भी पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाई गई। यात्रियों को पोस्टर, बैनर और पर्यावरण गीतों के माध्यम से जागरूक किया गया। स्टेशनों पर सेल्फी प्वाइंट बनाए गए, चौपालें लगीं, पंपलेट बांटे गए और सामूहिक श्रमदान का आयोजन कर रेलवे परिसर की साफ-सफाई की गई।
इस पूरे अभियान में पर्यावरण को लेकर रेलवे की प्रतिबद्धता स्पष्ट दिखाई दी। यह सिर्फ एक पखवाड़ा नहीं, बल्कि एक हरित सोच की शुरुआत है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और स्वस्थ भारत का मार्ग प्रशस्त करेगा।
जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने मीडिया को इस अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि वाराणसी मंडल पर्यावरण सुरक्षा को सामाजिक आंदोलन बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यहां हर कदम हरियाली की ओर है, और हर पहल पृथ्वी को बचाने का संकल्प।