(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
बलिया।इस बागी धरती के बांसडीह की राजनीतिक फिजा में आज कांग्रेस की गरज सुनाई दी। संगठन सृजन अभियान के तहत कांग्रेस ने आज बांसडीह ब्लॉक कांग्रेस कार्यालय का उद्घाटन कर राजनीति के मैदान में नई ऊर्जा के साथ उतरने का ऐलान कर दिया। इस मौके पर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की भारी मौजूदगी ने बता दिया कि संगठन अब बुनियादी स्तर तक सक्रियता की ओर बढ़ चला है।

कार्यक्रम की अगुवाई ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष प्रेमचंद मौर्य ने की। वहीं, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी पुनीत पाठक ने उद्घाटन के दौरान कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है जब गांव-गांव कांग्रेस की गूंज सुनाई देनी चाहिए।
इस आयोजन में कांग्रेस जिला कोषाध्यक्ष सुशील श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष जनार्दन उपाध्याय, महासचिव वीरेंद्र कुँवर, सचिव विजेन्द्र पांडेय, महिला नेत्री रेखा तिवारी, आकाश राम, मनियर ब्लॉक अध्यक्ष अभिषेक पाठक, बेरुआरबारी ब्लॉक अध्यक्ष वीर बहादुर सिंह, युवा कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष प्रकाश मिश्रा और जिला महासचिव रितेश चौहान सहित अनेक संगठनात्मक चेहरे शामिल रहे।

सैनिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मुन्ना दुबे और भूतपूर्व सैनिक अशोक पांडेय की उपस्थिति ने कार्यक्रम को भावनात्मक ऊँचाई दी, तो वहीं शरीफ अंसारी, विद्याशंकर पांडेय, अभिषेक सिंह और अवनीश तिवारी जैसे युवा नेताओं ने साफ किया कि कांग्रेस अब सिर्फ इतिहास नहीं, भविष्य भी है।
उद्घाटन के बाद बांसडीह विधानसभा के समस्त पदाधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें संगठन विस्तार को लेकर कई अहम निर्णय लिए गए। तय हुआ कि अब ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के साथ-साथ मंडल, न्याय पंचायत और बूथ स्तर तक मजबूत कमेटियों का गठन किया जाएगा, जिससे संगठन की जड़ें आम जनमानस तक पहुंच सकें।
बैठक में एक और बड़ा ऐलान किया गया जिसने राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी। यह फैसला लिया गया कि बांसडीह विधानसभा क्षेत्र में जल्द ही ‘संविधान बचाओ रैली’ का आयोजन होगा। इस रैली का उद्देश्य लोगों को संविधान की महत्ता और लोकतांत्रिक अधिकारों के प्रति जागरूक करना होगा।
पदाधिकारियों का कहना है कि मौजूदा हालात में संविधान की रक्षा सिर्फ भाषणों से नहीं, बल्कि जनआंदोलन से होगी। कांग्रेस अब हर गली, हर गांव, हर बूथ पर जाकर लोगों को जोड़ेगी और उन्हें बताएगी कि देश की असली ताकत उसका संविधान है।
कार्यक्रम के अंत में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में नारा लगाया – “संविधान बचाओ, देश बचाओ!” यह केवल उद्घोष नहीं था, बल्कि एक आंदोलन का आरंभ था।
बांसडीह से आज जो शुरुआत हुई है, वो संकेत दे रही है कि कांग्रेस अब चुनावी मोड में आ चुकी है। जिस तरह से अनुभवी नेताओं के साथ-साथ युवा चेहरों की भी भागीदारी रही, उससे साफ है कि पार्टी अब संतुलित रणनीति के साथ मैदान में उतर रही है।
आज का आयोजन कांग्रेस के लिए सिर्फ एक कार्यालय उद्घाटन नहीं, बल्कि संगठनिक ऊर्जा का विस्फोट था। और यह ऊर्जा अब रुकने वाली नहीं। अगला पड़ाव संविधान बचाओ रैली।