**(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
अहमदाबाद।”जाको राखे साइयां मार सके न कोई”—इस कहावत को साकार कर दिया है रमेश विश्वकुमार ने, जो मौत के सबसे खौफनाक मंजर से जिंदा लौट आए। अहमदाबाद में गुरुवार को हुए भयावह विमान हादसे में जहां 241 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, वहीं रमेश नामक एक यात्री मौत के मुंह से निकल आया। वह 11A सीट पर बैठा था, और वही आज करोड़ों लोगों के लिए चमत्कार की मिसाल बन गया है।
यह दर्दनाक हादसा तब हुआ जब अहमदाबाद के सरदार पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान दोपहर 1:38 बजे उड़ान भरने के बाद महज 625 फीट की ऊंचाई पर पहुंचा ही था कि अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया। देखते ही देखते विमान मेघानी नगर इलाके में बीजे मेडिकल कॉलेज के पास बने छात्रावास से टकरा गया। टक्कर के साथ ही धमाके की आवाज गूंजी और आग का भयानक गोला उठ खड़ा हुआ।

विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिसमें से 241 की मौके पर ही मौत हो गई। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस विमान में सवार थे। उनका भी इस दुर्घटना में निधन हो गया। वहीं चमत्कारी रूप से बचे रमेश विश्वकुमार को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
हादसे की खबर मिलते ही बीएसएफ, एनडीआरएफ और सीआईएसएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं। अग्निशमन और राहत-बचाव कार्य में पूरे शहर की मशीनरी जुट गई। अहमदाबाद सिविल अस्पताल में आपातकालीन चिकित्सा इंतजाम किए गए हैं। मृतकों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल लेने की प्रक्रिया बीजे मेडिकल कॉलेज के कसोटी भवन में जारी है। परिजनों से अपील की गई है कि वे पहचान प्रक्रिया में सहयोग करें। अस्पताल ने एक आपातकालीन नंबर 6357373831 भी जारी किया है।

इस हादसे के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और किंग चार्ल्स तृतीय ने हादसे पर गहरा शोक जताया। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। प्रधानमंत्री मोदी ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
विमान हादसे की जांच भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) और ब्रिटेन की एयर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (AAIB) की संयुक्त टीम कर रही है। बताया जा रहा है कि विमान में लंबी दूरी की उड़ान के लिए भरपूर ईंधन था, जिससे टक्कर के बाद आग और भी भीषण हो गई।
इस हादसे के बाद टाटा ग्रुप ने हर मृतक के परिजन को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। साथ ही एयर इंडिया की सभी उड़ानों की तकनीकी समीक्षा के आदेश दे दिए गए हैं।
दुर्घटनाग्रस्त विमान करीब 11 साल पुराना था, जो पहले भी कई तकनीकी दिक्कतों से गुजर चुका था। हादसे के बाद बोइंग कंपनी के शेयरों में 7% की गिरावट दर्ज की गई है। विमानन क्षेत्र में इसे अब तक की सबसे बड़ी त्रासदियों में एक माना जा रहा है।
बॉलीवुड भी इस हादसे से स्तब्ध है। विक्की कौशल, जान्हवी कपूर और आर. माधवन ने शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने इसे ‘दिल दहला देने वाली त्रासदी’ बताया है।
विमान का ब्लैक बॉक्स ढूंढने का कार्य तेजी से चल रहा है, ताकि हादसे के कारणों की गहराई से जांच की जा सके। अहमदाबाद एयरपोर्ट पर फिलहाल सभी उड़ानों को रोक दिया गया है। पूरे गुजरात में गहरा शोक और सन्नाटा पसरा है।
241 शवों के बीच एक जिंदा दिल, रमेश विश्वकुमार, आज करोड़ों दिलों की उम्मीद बन गया है। जब सब खत्म हो चुका था, तब भी एक जिंदगी बाकी थी—जैसे खुद खुदा ने उसे बचा लिया हो। इस हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया है, और साथ ही यह याद भी दिलाया है कि जब “राखे साइयां,” तो “मार सके न कोई।