*(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
*लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। आमतौर पर अपराध की दुनिया में पुरुषों का ही बोलबाला माना जाता है, लेकिन अब महिलाएं भी किसी से पीछे नहीं हैं। इस वायरल वीडियो में एक महिला खुलेआम बंदूक लहराते हुए एक पेट्रोल पंप कर्मचारी को जान से मारने की धमकी देती नजर आ रही है। उसका कहना था – ‘इतनी गोली मारूंगी कि घरवाले भी पहचान नहीं पाएंगे।
’यह वीडियो हरदोई के बिलग्राम क्षेत्र के पसनेर स्थित एक सीएनजी पंप का है। रविवार शाम एक कार वहां सीएनजी भराने के लिए पहुंची, जिसमें दो महिलाएं और एक पुरुष सवार थे। ड्राइवर सीट पर एक युवक था। जैसे ही सीएनजी भराने की बारी आई, पंप कर्मी रजनीश ने सुरक्षा नियमों के तहत कार सवारों से नीचे उतरने को कहा। यही बात महिला को नागवार गुजरी और देखते ही देखते मामला गरम हो गया।
शुरुआत में कार में बैठे पुरुष ने कर्मचारी से बहस शुरू की, लेकिन बात बढ़ते-बढ़ते उस महिला तक पहुंच गई, जिसने अचानक पर्स से पिस्टल निकाली और रजनीश पर तान दी। वहां मौजूद लोग सन्न रह गए। वीडियो में महिला सेल्समैन को धमकी देते हुए चीख रही है – “इतनी गोली मारूंगी कि घरवाले भी पहचानने से इनकार कर देंगे।
”घटना के बाद हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने महिला समेत तीन लोगों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में पता चला कि महिला की पहचान सुरेश खान उर्फ अरीबा, पुत्री एहसान खान के रूप में हुई है।पुलिस ने मामले में तेजी दिखाते हुए पीड़ित सेल्समैन रजनीश की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली है। अरीबा और उसके साथियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 115(2), 352, 351(3) बीएनएस व 30 आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस ने सिर्फ पिस्टल ही नहीं, बल्कि 25 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं। शुरुआती जांच में ये हथियार लाइसेंसी बताए जा रहे हैं, लेकिन सवाल ये उठता है कि लाइसेंसी हथियार का इस्तेमाल इस तरह खुलेआम धमकियों में कैसे किया जा सकता है?यह वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो गया है, और इसे लेकर लोगों में गुस्सा है। जहां एक ओर कुछ लोग इसे ‘महिला सशक्तिकरण का गलत उदाहरण’ बता रहे हैं, वहीं कुछ इसे ‘कानून व्यवस्था की खुली चुनौती’ कह रहे हैं।पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। बरामद पिस्टल और कारतूस की फॉरेंसिक जांच करवाई जाएगी और यह भी पता लगाया जा रहा है कि हथियार का लाइसेंस वैध है या नहीं।
फिलहाल महिला और उसके दोनों साथियों को हिरासत में रखा गया है और कड़ी पूछताछ चल रही है। इस सनसनीखेज घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं – क्या कानून का डर अब खत्म हो गया है? क्या महिलाएं भी अब अपराध में उतनी ही संलिप्त हैं जितना पुरुष?
इस पूरे घटनाक्रम ने हरदोई ही नहीं, पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। सोशल मीडिया पर बहस जारी है, और लोग एक सुर में कह रहे हैं। “अब गुंडई का कोई जेंडर नहीं रहा।”