हमारा शरीर 60% से अधिक पानी से बना होता है, और गर्मियों के दिनों में जब तापमान बढ़ जाता है, तो शरीर तेजी से पसीने के ज़रिए पानी खोता है। डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी एक गंभीर स्थिति बन सकती है, यदि इसके संकेतों को समय रहते नहीं पहचाना जाए।
कई लोग केवल प्यास लगने पर ही पानी पीते हैं, लेकिन ये आदत खतरनाक हो सकती है। शरीर के भीतर पानी की कमी कई प्रकार के संकेत भेजता है, जिन्हें जानना और समय पर सुधार करना बहुत जरूरी है।
🚨 डिहाइड्रेशन के 5 खतरनाक संकेत:
- त्वचा और होंठों का सूखना:
अगर आपकी त्वचा रूखी महसूस हो रही है, और होंठ बार-बार फट रहे हैं, तो ये शुरुआती संकेत हैं कि शरीर पानी के लिए तड़प रहा है। - गहरा पेशाब और कम मात्रा:
हल्के पीले रंग का पेशाब सामान्य माना जाता है। अगर पेशाब गहरे पीले या नारंगी रंग का हो रहा है और उसकी मात्रा बहुत कम है, तो यह सीधा संकेत है कि आप डिहाइड्रेटेड हैं। - थकान, सिरदर्द और चक्कर:
जब शरीर में पानी कम हो जाता है, तो ब्लड फ्लो धीमा हो जाता है और दिमाग को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती। इससे सिरदर्द, थकान और चक्कर जैसे लक्षण होते हैं। - दिल की धड़कन तेज होना:
ब्लड वॉल्यूम कम होने पर हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे दिल की धड़कन तेज हो सकती है। यह स्थिति खतरनाक भी हो सकती है। - भूख न लगना और मूड स्विंग:
डिहाइड्रेशन पाचन को प्रभावित करता है और भूख में गिरावट आती है। साथ ही, मूड खराब रहना, चिड़चिड़ापन या फोकस की कमी भी हो सकती है।
💡 डिहाइड्रेशन से बचने के उपाय:
- दिनभर 8–10 गिलास पानी जरूर पिएं।
- ग्रीन टी, नारियल पानी, छाछ और फलों का रस भी शामिल करें।
- प्यास लगने का इंतजार न करें – हर घंटे थोड़ा पानी जरूर लें।
निष्कर्ष:
पानी केवल प्यास बुझाने का माध्यम नहीं, बल्कि शरीर के हर अंग का ईंधन है। यदि आप खुद को एक्टिव, हेल्दी और फिट रखना चाहते हैं, तो शरीर में पानी की पूर्ति सबसे पहली जरूरत