बिहार के लखीसराय जिले के बड़हिया क्षेत्र से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। शुक्रवार सुबह 14 वर्षीय किशोर की दुखद मौत का समाचार प्रकाश में आया। किशोर का कथित रूप से दोस्त के हाथ से चलाए गए रिवॉल्वर की गोली लगने से सिर में गंभीर चोटें आईं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के भयावह पहलू अब झाड़ियों में छिपे शव और जंगली जानवरों द्वारा नोचना तक बढ़ गए हैं।
घटना का क्रम
गत गुरुवार सुबह लगभग 10 बजे से ही किशोर अमन कुमार लापता था। परिवार ने उसकी पूरे इलाके में खोजबीन की, पर उसका कोई पता नहीं चला। अगले दिन सुबह स्थानीय लोग गंगा घाट के पास झाड़ियों में कुत्तों की हलचल देख कर झाड़ियों के पास गए, जहां उनका सामना अमन के रक्तरंजित शव से हुआ, जिसकी स्थिति काफी विकृत थी। मृतक की पहचान 14 वर्षीय अमन कुमार के रूप में की गई, जो मामूल किराना चलाता था और साथ में आठवीं कक्षा में पढ़ाई करता था ।
गोली लगने की आशंका
स्थानीय और प्रारंभिक पुलिस रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना की शुरुआत तब हुई जब अमन और उसके दो दोस्त किसी पिस्टल जैसी बंदूक की जांच कर रहे थे। इसी दौरान असावधानी से एक दोस्त के हाथ से गोली चल गई, जो अमन के सिर में जा लगी।घटना तुरंत दुर्घटना की तरह सामने नहीं आई बल्कि मौत की आशंका ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया
शव की स्थिति व जंगली जानवरों का हमला
घटना के बाद अमन के दोस्त डर के मारे शव को पास ही झाड़ियों में छिपा कर भाग गए। शव लंबे समय तक पानी में रहने के कारण सड़ गया था, और जंगली जानवरों ने शरीर का अधिकांश हिस्सा नोच लिया था। केवल चेहरा थोड़ा-बहुत पहचान योग्य रहा। इस दर्दनाक दृश्य ने घटनास्थल पर मौजूद लोगों को शॉक में डाल दिया।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही बड़हिया थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। पोस्टमार्टम के लिए शव को लखीसराय भेज दिया गया है। घटनास्थल पर कोई हथियार नहीं मिला है। पुलिस ने दो किशोरों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। साथ ही आसपास के लोगों से छानबीन भी की जा रही है कि यह हादसा हत्या है या दुर्घटना। थानाध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला गोलीबारी की वजह से मौत का प्रतीत होता है, और आरोपियों की पहचान कर जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी ।
गांव में मातम
घटना के बाद गांव और आसपास के इलाके में मातम की स्थिति बनी हुई है। परिजन, विशेषकर माता‑पिता, गहरे सदमे में हैं ग्रामीण और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पुलिस से शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। लोगों ने प्रशासन पर सवाल उठाए कि अगर उचित समय पर जांच और सुरक्षा प्रबंध होते तो लगभग मासूम अमन जैसा हादसा टाला जा सकता था।
निष्कर्ष
यह दुखद घटना इस बात का गंभीर संकेत है कि हथियारों के साथ खेलना कितना खतरनाक हो सकता है—विशेषकर जब उसमें अशिक्षित किशोर शामिल हों। दोस्ती और उत्सुकता के नाम पर की गई लापरवाही ने एक परिवार की खुशियों को हमेशा के लिए मिटा दिया। पुलिस की जांच जारी है और आम उम्मीद है कि जल्द ही दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी तथा न्याय मिलेगा।