जैसे ही मॉनसून ने अपनी गती पकड़ी, Bengaluru (बैंगलोर) में Dengue संक्रमण के केस में अचानक वृद्धि देखने को मिली। Bengaluru Municipal Corporation (BBMP) के अनुसार, केवल जुलाई में ही 442 नए मामले सामने आए, जबकि सालभर (2025 में अब तक) कुल 1,685 संक्रमित पाए गए हैं—जो चिंता और सतर्कता दोनों बढ़ाने वाला संकेत है ।
🦟 क्यों तेजी से बढ़ रहे Dengue के केस?
- मॉनसून में बारिश के कारण पानी जमने से मच्छर पैदा होते हैं, जो Dengue फैलाते हैं।
- खौलता पानी या रोक-थाम न होने से युक्त जल-स्त्रोत संवेदनशील होते हैं।
- पर्याप्त सफाई और मच्छर भगाने वाले उपाय न करने से खतरा बढ़ता है।
लक्षण और पहचान:
- तेज़ बुखार (38–40 °C), सिर दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- त्वचा पर लाल चकत्ते, आंखों के पीछे दरद, उल्टी या कमजोरी
- अगर timely इलाज ना मिले, तो Dengue hemorrhagic fever और Dengue shock syndrome हो सकता है।
🛡️ बचाव और रोकथाम:
- घर और आसपास stagnant पानी को हटाएँ — flower pots, पेटी, खोखले स्थानों से पानी निकाले
- mosquito repellents (coil, cream, spray) और mosquito nets/mesh का उपयोग करें
- सुबह और शाम खुले मौसम में लंबे कपड़े पहनें
- Dengue symptoms आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और CBC प्लाज्मा जांच कराएँ
- 🏥 सरकार और BBMP की तैयारी:
- BBMP ने mosquito-control drives शुरू कर दी हैं, साथ awareness campaigns भी चलाई जा रही हैं।
- primary health centres में Dengue rapid testing kits उपलब्ध कराए गए हैं।
- XML spraying और fogging campaigns तेज़ी से चलाए जा रहे हैं।
स्थिति पर नजर:
- अगर जुलाई का रुझान जारी रहा, तो अगस्त में केस और बढ़ सकते हैं।
- अस्पतालों में beds shortage की संभावना है, इसलिए prevention ही पहले कदम होना चाहिए।
✅ निष्कर्ष:
Bengaluru में Dengue का अचानक surge जनता और स्वास्थ्य अधिकारियों दोनों के सामने ख़तरे की घंटी बजा रहा है। timely prevention और जागरूकता ही संक्रमण को नियंत्रित कर सकती है।