(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
वाराणसी: रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के जवान जहां रेल पटरियों की निगहबानी करते हैं, वहीं मैदान में भी उनका जोश और जुनून किसी प्रोफेशनल खिलाड़ी से कम नहीं। इसी जोश को देखने का मौका आज वाराणसी के वसुंधरा प्रेक्षागृह में मिला, जहां पूर्वोत्तर रेलवे की अंतर मंडलीय रेलवे सुरक्षा बल वॉलीबॉल प्रतियोगिता का उद्घाटन हुआ।

वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त एस रामाकृष्णन के नेतृत्व में आयोजित इस आयोजन की शुरुआत अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रास्ट्रक्चर) अजय सिंह ने की। उन्होंने बालीबाल कोर्ट पर फीता काटकर मैच का शुभारंभ किया और फिर खिलाड़ियों से हाथ मिलाकर उनका परिचय लिया। माहौल में खेल भावना की ऊर्जा साफ झलक रही थी।

अजय सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि “RPF जवानों को चुस्त-दुरुस्त रहने के लिए इस तरह के खेलों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। यह न सिर्फ उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि टीम भावना को भी मजबूत करता है।”
इस मौके पर सहायक सुरक्षा आयुक्त एवं क्रीड़ा अधिकारी नागेंद्र महादेव यादव, विभिन्न पोस्टों के प्रभारी, और कई जवानों की उपस्थिति रही। मैदान पर जो उत्साह था, वो दर्शकों में भी साफ नजर आया।
आज के मुकाबलों में कुल दो रोमांचक मैच खेले गए। पहला मैच वाराणसी मंडल और लखनऊ मंडल के बीच हुआ। पहले सेट में लखनऊ मंडल ने 23-25 से जीत दर्ज कर ली, लेकिन उसके बाद वाराणसी मंडल ने जबरदस्त वापसी करते हुए अगले दो सेट 25-12 और 25-18 से जीतकर ओवरऑल मुकाबला अपने नाम कर लिया।
दूसरा मैच बरेका और इज्जतनगर मंडल के बीच हुआ। दोनों सेट में इज्जतनगर ने बाज़ी मारी—पहला सेट 25-22 और दूसरा 25-13 से जीतकर फाइनल में जगह पक्की कर ली।
खिलाड़ियों में शानदार प्रदर्शन वाराणसी की टीम से अभय कुमार राय और इज्जतनगर की टीम से विजय ने किया। इन दोनों खिलाड़ियों ने मैदान में अपने परफॉर्मेंस से खूब तालियां बटोरीं।
मैच का संचालन पूरी निष्पक्षता और सजगता से किया गया जिसमें रेफरी की भूमिका आलोक राय, भारतेंदु पांडे और शशिकांत यादव ने निभाई।
इस प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला कल होगा, जिसमें विजेता टीमें एक-दूसरे से खिताबी भिड़ंत करेंगी। उम्मीद है कि कल का मैच रोमांच और ऊर्जा का नया स्तर तय करेगा।
रेलवे सुरक्षा बल की यह प्रतियोगिता न केवल फिटनेस और खेल भावना को बढ़ावा देती है, बल्कि जवानों के बीच आपसी तालमेल और मनोबल को भी सुदृढ़ करती है। वाराणसी मंडल ने आयोजन को जिस पेशेवर और जीवंत अंदाज़ में संपन्न किया, वह प्रशंसा के योग्य है।
रेलवे सुरक्षा की जिम्मेदारियों के बीच भी खेल को महत्व देना इस बात का संकेत है कि जवान सिर्फ रेल की रक्षा नहीं करते, वे अपने शरीर और मन की भी रक्षा कर रहे हैं—खेल से, अनुशासन से, और समर्पण से। इस आशय की जानकारी जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने मीडिया को दी।