नई दिल्ली
इस रक्षा बंधन पर एक तरफ़ जहाँ बाजारों में राखियों की रौनक है, वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर गुरु माँ संतोष साध्वी जी का “राखी अनुष्ठान” वायरल हो रहा है। बहनों के लिए गुरु माँ ने एक विशेष धार्मिक विधि बताई है जिससे राखी केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि आध्यात्मिक रक्षा कवच बन जाती है।
रक्षा बंधन 2025 की तारीख व मुहूर्त:
तारीख: शनिवार, 9 अगस्त 2025
राखी बांधने का शुभ समय:
सुबह 5:21 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक
विशेष: इस मुहूर्त में भद्रा काल का दोष नहीं रहेगा।
गुरु माँ संतोष साध्वी जी से जानिए रक्षा सूत्र बांधने की विशेष विधि
गुरु माँ कहती हैं —
“राखी कोई सामान्य धागा नहीं है, यह एक मंत्र है — यदि सही विधि से बाँधा जाए तो भाई को नज़र, संकट और दुर्भाग्य से बचाता है।”
अनुष्ठान विधि — स्टेप बाय स्टेप:
1. स्नान के बाद दीपक जलाएं, गाय के घी से, और शिव का ध्यान करें।
2. थाली में रखें: राखी, रोली, चावल, मिठाई, तुलसी पत्र या रुद्राक्ष
3. राखी पर 11 बार “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें
4. भाई को तिलक लगाएं और यह मंत्र बोलते हुए राखी बाँधें:
“येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबलः।
तेन त्वामपि बध्नामि, रक्षे मा चल मा चल॥”
5. राखी बाँधने के बाद भाई के कान में कहें:
“ईश्वर तुम्हारी रक्षा करें, यह राखी अब तुम्हारा रक्षा कवच है।”
घर पर राखी बनाएं – गुरु माँ का संदेश
गुरु माँ बहनों से कहती हैं कि बाज़ार से नहीं, अपने हाथों से राखी बनाएं, उसमें तुलसी या चंदन जोड़ें, और मंत्रों से ऊर्जा भरें। इससे वह राखी सिर्फ धागा नहीं, शक्ति बन जाती है।
Instagram, Facebook, और YouTube पर गुरु माँ का अनुष्ठान वायरल
हज़ारों बहनें इस विधि को अपना रही हैं और #SantoshSadhviRakhiAnushthan के साथ वीडियो और रील्स साझा कर रही हैं। गुरु माँ का संदेश अब रक्षा बंधन को आध्यात्मिक आंदोलन में बदल रहा है।
रक्षा बंधन इस बार केवल त्यौहार नहीं, एक आध्यात्मिक अनुभव है। 9 अगस्त को आप भी गुरु माँ संतोष साध्वी जी की बताई विधि से राखी बांधें और अपने भाई को केवल प्रेम ही नहीं, ईश्वर की रक्षा भी दें।