दिल्ली‑एनसीआर क्षेत्र में जुलाई 2025 के मॉनसून के दौरान Hepatitis A और E के मामलों में चिंता बढ़ गई है। मॉनसून में गंदे पानी, दूषित खाद्य पदार्थ और अपर्याप्त स्वच्छता के कारण विशेषकर वयस्कों में संक्रमण के जोखिम में वृद्धि देखी गई है।
❗ क्यों हो रही है बढ़ोतरी?
- मॉनसून में जल स्रोत दूषित हो जाते हैं, जिससे Hepatitis A और E वायरस फैलने का खतरा होता है।
- बचपन में संक्रमण न होने से वयस्कों में immunity कमजोर होती है, जिससे संक्रमण अधिक गंभीर रूप ले सकता है
- विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं में ये संक्रमण गंभीर स्वास्थ्य जोखिम ला सकते हैं।
- लक्षण और पहचान:
- तेज़ बुखार, भूख में कमी, जी मिचलाना, पेट दर्द, थकान
- पेशाब गहरा रंग का और मल का रंग हल्का (chalice coloured stools)
- त्वचा और आंखों का पीला होना (jaundice)
- 📊 सावधानी और रोकथाम:
- उबालकर पानी पीएं या बोतल बंद पानी ही उपयोग करें
- हाथों को साबुन से धोना, खासकर खाना खाने से पहले
- फलों और सब्जियों को अच्छी तरह धोकर ही सेवन करें
- 💉 उपचार और मेडिकेशन:
- हल्का भोजन, ज्यादा पानी पिएं, electrolyte balance बनाए रखें
- डॉक्टर की सलाह से symptom-based सपोर्टिव थेरापी
- गंभीर मामलों में hospitalisation और monitoring आवश्यक
- 📈 स्थिति कैसे सुधारें?
- स्वास्थ्य विभाग को खान-पान एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ानी चाहिए
- ग्रामीण-शहरी क्षेत्रों में Hepatitis A/E screening अभियान चलाने चाहिए
- संक्रमित क्षेत्रों में अस्पतालों में timely diagnosis और treatment सुनिश्चित करना ज़रूरी है
- 🏥 निष्कर्ष:
- मॉनसून के साथ Hepatitis A और E के मामलों में जो तेजी देखी जा रही है, वह स्वास्थ्य प्रणाली पर दबाव डाल सकती है। सावधानी और समय पर उपचार से इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।