(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों से प्रेरित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी और तमिलनाडु भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अन्नामलाई ने एक दिल को छू लेने वाला खुला पत्र लिखा है, जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। यह पत्र उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता रीना एन सिंह की नई पुस्तक “योगी आदित्यनाथ: लोक कल्याण के पथ पर” के विमोचन के अवसर पर लिखा है। रीना एन सिंह लंबे समय से नाथ संप्रदाय और योगी आदित्यनाथ पर शोध करती आ रही हैं और 300 से अधिक लेख लिख चुकी हैं।

अन्नामलाई ने अपने पत्र में योगी को वर्तमान राजनीति का आदर्श मॉडल बताया और लिखा कि जिस प्रकार योगी ने उत्तर प्रदेश में सुशासन, सुरक्षा और विकास की त्रिवेणी बहाई, वह देश के हर राजनेता के लिए प्रेरणा है। उन्होंने योगी की प्रसिद्ध पंक्तियों को उद्धृत करते हुए लिखा—“अपराधी सरकार न चलाएं, माफियाओं पर बुलडोजर चले, गरीबों को सम्मान मिले, बेटियों को सुरक्षा मिले”—ये शब्द केवल भाषण नहीं, आज की शासन नीति बन चुके हैं।
उन्होंने पत्र में उल्लेख किया कि योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो पाँच साल का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा कर पुनः सत्ता में लौटे। उन्होंने इसे जनविश्वास और काम की राजनीति की जीत बताया। साथ ही कहा कि 2021-22 में उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया, जो योगी के नेतृत्व में हुई नीति निर्धारण की बड़ी सफलता है। राज्य ने लगभग 4 लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया, जिससे लाखों युवाओं को रोजगार मिला।
पत्र में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उल्लेख करते हुए अन्नामलाई ने इसे भारत की आत्मा को पुनर्जीवित करने वाला कदम बताया। मेडिकल कॉलेजों की संख्या को 12 से 40 तक पहुँचाना, किसानों के लिए कृषि विद्यालय खोलना, स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी सुधार, आधुनिक कृषि यंत्रों पर सब्सिडी, यह सब योगी मॉडल की विशेषताएं हैं।
अन्नामलाई ने हवाई संपर्क में विस्तार की सराहना करते हुए लिखा कि पहले सिर्फ दो शहरों से उड़ानें होती थीं, अब सात शहरों से उड़ानें संचालित हो रही हैं, जिससे उत्तर प्रदेश देश से बेहतर जुड़ पाया है। नमामि गंगे योजना के अंतर्गत सीसामऊ नाले के जरिए गंगा में गिरने वाले 14 करोड़ लीटर सीवेज को रोकना एक ऐतिहासिक कार्य बताया गया।
रीना एन सिंह को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने इस पुस्तक के जरिए योगी के कार्यों को जनता के सामने लाने का कार्य किया है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए दस्तावेज बनेगा। उन्होंने रीना को नाथ संप्रदाय की साधिका और राष्ट्र के लिए समर्पित कानूनी योद्धा बताया। यह उल्लेख करना भी जरूरी है कि रीना श्रीकृष्ण जन्मभूमि के केस में हिंदू पक्ष की वकील हैं और वक्फ संशोधन के मामले में भी याचिकाकर्ता हैं।
अन्नामलाई ने पत्र के अंत में लिखा—“देश के हर नेता को योगी से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने दिखा दिया कि दृढ़ इच्छाशक्ति और राष्ट्रभक्ति से कैसे शासन को जनसेवा में बदला जा सकता है।” उनका यह पत्र केवल एक औपचारिक शुभकामना नहीं, बल्कि एक वैचारिक दस्तावेज बन गया है, जो यह संदेश देता है कि बुलडोजर केवल इमारतें नहीं गिराते, वे व्यवस्था की गंदगी भी साफ करते हैं।
यह पत्र अब राजनीति के गलियारों में चर्चा का विषय बन चुका है। अन्नामलाई की यह भावुक अभिव्यक्ति न केवल योगी आदित्यनाथ के कृतित्व को सम्मानित करती है, बल्कि भारतीय राजनीति को एक नई दिशा और उम्मीद भी देती है।