(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की बलिया-बक्सर सीमा पर स्थित वीर कुंवर सिंह सेतु बीती शुक्रवार की रात एक दिल दहला देने वाले हादसे का गवाह बना। बिहार के बक्सर की ओर लौट रही एक स्कॉर्पियो गाड़ी अचानक सेतु की रेलिंग तोड़ते हुए गंगा नदी में समा गई। इस दर्दनाक हादसे में चार लोगों के डूबने की आशंका जताई जा रही है, जिसमें से अब तक एक शव बरामद किया जा चुका है। बाकी तीन लोगों की तलाश जारी है।


प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो स्कॉर्पियो भरौली की ओर से बक्सर की तरफ तेज़ रफ्तार में जा रही थी। पुल के बीचोबीच अचानक संतुलन बिगड़ा और गाड़ी रेलिंग तोड़ते हुए बाईं ओर से गंगा में जा गिरी। हादसा इतना जबरदस्त था कि गाड़ी का एक पहिया पुल पर ही अटका रह गया जबकि बाकी वाहन नदी में समा गया।
हादसे की सूचना मिलते ही बक्सर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया गया। गोताखोरों की टीम ने पानी में उतरकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद क्रेन की मदद से डूब चुकी स्कॉर्पियो को बाहर निकाला गया। गाड़ी बेहद क्षतिग्रस्त अवस्था में मिली।
गाड़ी से एक शव बाहर निकाला गया है जिसकी अभी पहचान नहीं हो पाई है। माना जा रहा है कि स्कॉर्पियो में चार लोग सवार थे, जिनमें से तीन अब भी लापता हैं। अंधेरे और पानी के तेज बहाव के कारण खोज अभियान में बाधाएं आ रही हैं, लेकिन गोताखोर लगातार प्रयास कर रहे हैं।
वीर कुंवर सिंह सेतु पर हादसे की खबर फैलते ही स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग भारी संख्या में घटनास्थल पर जमा हो गए, जिससे पुलिस को भीड़ नियंत्रण में काफी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं हादसे को लेकर स्थानीय लोगों में प्रशासन के प्रति नाराज़गी देखी गई। लोगों का कहना था कि पुल पर पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं हैं और रेलिंग बेहद कमजोर है।
हादसे ने यह सवाल भी खड़ा कर दिया है कि आखिर इस पुल की हालत इतनी खराब क्यों है कि जरा सी टक्कर से रेलिंग टूट जाए? क्या प्रशासन हादसों के बाद ही जागेगा? कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इस हादसे को लेकर प्रशासन की लापरवाही पर गुस्सा जाहिर किया है।
बताया जा रहा है कि स्कॉर्पियो पर सवार लोग बलिया से बक्सर लौट रहे थे और रास्ते में ही यह हादसा हो गया। हादसे की वजह फिलहाल तेज रफ्तार और पुल पर सुरक्षा की कमी मानी जा रही है। पुलिस अब CCTV फुटेज खंगाल रही है और मामले की जांच कर रही है।
स्थानीय प्रशासन ने मृतक के परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की है और एनडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। बक्सर के एसडीएम ने बताया कि गोताखोरों का दल सर्च ऑपरेशन में लगातार जुटा है और जल्द ही बाकी लोगों का भी पता लगा लिया जाएगा।
फिलहाल गंगा नदी की तेज धार और गहराई रेस्क्यू टीम के लिए चुनौती बनी हुई है। यह हादसा एक बार फिर सेतु की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। लोगों की मांग है कि पुल की रेलिंग मजबूत की जाए और उस पर स्पीड कंट्रोल के लिए कैमरा व संकेतक लगाए जाएं।
गौरतलब है कि वीर कुंवर सिंह सेतु पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इस बार एक पूरा परिवार इस हादसे की भेंट चढ़ गया, जिससे इलाके में शोक की लहर है।
प्रशासन की ओर से मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता देने की बात कही गई है। पुलिस ने स्कॉर्पियो की नंबर प्लेट के आधार पर गाड़ी मालिक की पहचान शुरू कर दी है। जैसे-जैसे रेस्क्यू ऑपरेशन आगे बढ़ेगा, बाकी तीन लोगों के बारे में भी जानकारी मिलने की उम्मीद है।
इस हादसे ने जहां एक परिवार को तबाह कर दिया, वहीं पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। वीर कुंवर सिंह सेतु अब एक बार फिर सवालों के घेरे में है – क्या यह पुल वाहनों के लिए सुरक्षित है? क्या प्रशासन अगला कदम उठाने से पहले और किसी हादसे का इंतजार कर रहा है? जवाब भविष्य के गर्भ में है, लेकिन हादसा बीती रात में दर्ज हो चुका है – एक ऐसा दर्दनाक हादसा जो लोगों की यादों में लंबे समय तक ताज़ा रहेगा। खबर यूपी के बलिया से शीतल निर्भीक की खास रिपोर्ट।