बारिश का मौसम अपने साथ ठंडक और हरियाली तो लाता है, लेकिन साथ ही यह पेट की बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देता है। अक्सर इस मौसम में लोग डायरिया, फूड प्वॉइजनिंग, एसिडिटी, और गैस जैसी समस्याओं से परेशान रहते हैं।
कारण
- गंदा पानी: बारिश में जलजमाव और नालियों की सफाई न होने से पानी में बैक्टीरिया और वायरस बढ़ जाते हैं।
- बासी खाना: नमी के कारण खाना जल्दी खराब होता है।
- फास्ट फूड का सेवन: सड़क किनारे मिलने वाला खाना इस मौसम में अधिक दूषित होता है।
- कमज़ोर पाचनतंत्र: बारिश में डाइजेस्टिव सिस्टम धीमा हो जाता है।
पेट खराब होने के लक्षण
- बार-बार दस्त होना
- पेट में मरोड़ और गैस
- भूख न लगना
- उल्टी या जी मिचलाना
घरेलू नुस्खे
- धनिए का पानी: 1 चम्मच धनिया उबालकर उसका पानी दिन में 2 बार पीजिए।
- अदरक और शहद: अदरक का रस और शहद मिलाकर दिन में 2 बार सेवन करें।
- हींग का पानी: गुनगुने पानी में चुटकीभर हींग मिलाकर पीजिए।
- केला और दही: डायरिया में दही और केला तुरंत राहत देता है।
क्या न करें
- बाहर का जूस या गीला खाना न खाएं
- कच्ची सलाद या बिना उबला पानी न लें
- तला-भुना और मसालेदार खाना न खाएं
कब डॉक्टर के पास जाएं?
अगर दस्त 2 दिन से ज्यादा चल रहा हो, शरीर में कमजोरी हो रही हो, या बुखार के साथ पेट खराब है तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।