मंडल रेल प्रबंधक ने वाराणसी- छपरा रूट पर किया विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण!
(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
वाराणसी। यात्रियों की सुरक्षा, संरक्षा और सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता है—इसी भावना के साथ मंडल रेल प्रबंधक, वाराणसी विनीत कुमार श्रीवास्तव ने बुधवार 4 जून को वाराणसी-छपरा और गोल्डेनगंज-मढ़ौरा रेल खंड का विंडो ट्रेलिंग संरक्षा निरीक्षण किया।

यह निरीक्षण रेल खंड पर चल रहे संरक्षा एवं ऑपरेशनल सुधार कार्यों की प्रगति को जांचने के लिए किया गया। निरीक्षण की शुरुआत छपरा जंक्शन से हुई, जहां डीआरएम ने गहन निरीक्षण किया और विकास परियोजनाओं का जायजा लिया।
छपरा जं स्टेशन के सेकंड एंट्री क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने यार्ड रिमॉडलिंग, फुटओवर ब्रिज, टिकट काउंटर, यात्री हाल, अप्रोच रोड, प्लेटफॉर्म ड्रेनेज सिस्टम और सर्कुलेटिंग एरिया के कार्यों की गुणवत्ता और प्रगति पर विशेष ध्यान दिया।उन्होंने इन कार्यों को तेजी से पूर्ण करने और निर्माण की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए। साथ ही स्टेशन परिसर की सफाई, जल आपूर्ति, प्रतीक्षालयों की व्यवस्था और खानपान स्टॉलों की स्थिति पर भी गहरी नजर डाली।प्लेटफार्मों पर जल आपूर्ति, वॉशिंग ट्रैक की स्थिति, फुटओवर ब्रिज की सुदृढ़ता और पब्लिक सुविधाओं की बेहतर व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। यात्रियों की सुविधा में और सुधार लाने पर जोर दिया गया।
निरीक्षण विशेष ट्रेन से डीआरएम विनीत कुमार श्रीवास्तव गोल्डेनगंज-मढ़ौरा रेल खंड का दौरा करते हुए मढ़ौरा पहुंचे। वहां उन्होंने वेबटेक लोकोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड, वेबटेक कॉर्पोरेशन और भारतीय रेलवे के संयुक्त उपक्रम वाले लोकोमोटिव निर्माण संयंत्र का निरीक्षण किया।
इस दौरान निर्माण की तकनीकी गुणवत्ता, सुरक्षा मानकों और कार्य प्रणाली को भी गहराई से परखा गया। इस संयुक्त इकाई में तैयार हो रहे लोकोमोटिव्स की गुणवत्ता रेलवे के भविष्य का निर्धारण करेगी।
निरीक्षण के दौरान उनके साथ वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (द्वितीय) विनीत कुमार, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शेख रहमान, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (कैरेज एंड वैगन) अभिनव पाठक, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सामान्य) पंकज केशरवानी सहित कई अन्य पर्यवेक्षक अधिकारी मौजूद रहे।
पूरे निरीक्षण अभियान के दौरान डीआरएम ने वाराणसी-बलिया-छपरा रेल खंड पर ट्रैक की बैलास्टिंग, स्क्रीनिंग, ट्रैक फिटिंग्स, ओवरहेड ट्रैक्शन, अलाइनमेंट, संरक्षा निर्देशों के पालन की स्थिति, ट्रैक मेंटेनेंस की गुणवत्ता और काशन ऑर्डर के पालन की गहराई से जांच की।
उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि अस्थाई सतर्कता आदेशों का सख्ती से पालन हो रहा है और रेलवे की संरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जा रही है।पूरे निरीक्षण के दौरान डीआरएम का मुख्य फोकस रेल परिचालन की सुरक्षा, यात्रियों को दी जाने वाली मूलभूत सुविधाएं और अधोसंरचना विकास की समीक्षा पर रहा।
इस निरीक्षण की जानकारी जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि रेलवे प्रशासन द्वारा संरक्षा और यात्रियों की सुविधा को लेकर सतत निगरानी और सुधारात्मक कार्यवाही की जा रही है, ताकि जनता को भरोसेमंद और सुरक्षित रेल सेवा प्रदान की जा सके।