(ओम प्रकाश वर्मा)
नगरा (बलिया)। नाग पंचमी के पावन अवसर पर मंगलवार को नगर पंचायत नगरा में महावीरी झंडा जुलूस पूरे धूमधाम, उत्साह और जयघोषों के बीच निकाला गया। भारी बारिश के बावजूद युवाओं के जोश और श्रद्धा में कोई कमी नहीं दिखी। जुलूस की शोभा जहां देवी-देवताओं की सुंदर झांकियों ने बढ़ाई, वहीं अखाड़ों के साहसी युवाओं ने हैरतअंगेज करतब दिखाकर लोगों का मन मोह लिया।
जुलूस की शुरुआत नगर के प्राचीन दुर्गा मंदिर से हुई। श्रीबाजार महावीरी झंडा समिति, आदर्श दल महावीरी झंडा समिति, श्रीबजरंग दल महावीरी झंडा समिति समेत कुल चार समितियों ने गाजे-बाजे और जयघोष के साथ जुलूस निकाला। बजरंगबली के जयकारों से वातावरण गूंजता रहा। जैसे ही जुलूस शुरू हुआ, तेज बारिश ने दस्तक दी, लेकिन श्रद्धालु रुके नहीं। उनके कदम डीजे की धुन पर थिरकते रहे, और जय श्रीराम के नारों से वातावरण ओजपूर्ण बना रहा।
सिकन्दरपुर मार्ग के सनचिरइया माता मंदिर से गुजरता हुआ जुलूस गड़वार, रसड़ा, घोसी, बेल्थरा मार्ग होते हुए मुख्य बाजार पहुंचा। देर शाम काली मंदिर स्थान पर इसका समापन हुआ। इस दौरान जुलूस में शामिल युवाओं ने पूरे मार्ग पर हैरतअंगेज करतब दिखाए, जिसे देखकर दर्शकों की तालियों की गूंज भी कम न थी। किसी ने तलवार से खेल दिखाया तो कोई एक हाथ पर घूमता नजर आया।
वहीं, दूसरी ओर डीजे पर बजते देशभक्ति गीतों पर युवाओं ने जमकर डांस किया। हर नुक्कड़, हर चौराहे पर ‘जय श्रीराम’, ‘जय हनुमान’, ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों ने माहौल को भक्ति और देशभक्ति के रंग में रंग दिया। खासकर युवा वर्ग का जोश देखते ही बनता था, जो कई किलोमीटर पैदल चलकर करतब करते रहे।
जुलूस की खास बात रही उसमें शामिल झांकियां, जिनमें भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान, शिव-पार्वती, दुर्गा माता और अन्य देवी-देवताओं की भव्य झलक देखने को मिली। दर्शकों की भीड़ हर मोड़ पर जुटी रही और मोबाइल कैमरे उनकी झलक कैद करने में व्यस्त रहे।
इस आयोजन की सफलता में कई समाजसेवी और कार्यकर्ताओं का सहयोग सराहनीय रहा। प्रमुख रूप से उमाशंकर राम, राजीव सिंह चंदेल, निर्भय प्रकाश, सूर्य प्रकाश सिंह, मुन्ना गणपति, मन्नू गोंड, जयनाथ दास, विशाल मद्धेशिया, धर्मराज सिंह, मुन्ना सोनी, कृष्ण कुशवाहा आदि की सक्रिय भागीदारी रही।
पुलिस प्रशासन ने भी जुलूस के दौरान सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए थे। जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती रही और ड्रोन कैमरे से निगरानी की गई। एसएचओ नगरा ने खुद सड़क पर रहकर जुलूस की निगरानी की और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था नहीं होने दी।
इस महावीरी झंडा जुलूस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि श्रद्धा, एकता और परंपरा जब साथ चलें तो हर बाधा छोटी लगती है। चाहे वह बारिश हो या लंबा रास्ता। नगरा का यह आयोजन पूरे क्षेत्र के लिए श्रद्धा और रोमांच का केंद्र बना रहा।